जामुड़िया:मंगलवार को श्रमिक संगठन सीएमएस सीटु कुनुस्तोरिया एरिया कमेटी द्वारा दो नंबर पीट में मीटिंग की गई. कुनुस्तोरिया कोलियरी इलाके में हुए इस पिट मीटिंग के दौरान केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी कानूनों और खदानों के निजीकरण के खिलाफ आवाज बुलंद की गई . इस सभा के दौरान वक्ताओं ने ईसीएल और बीसीसीएल को कॉल इंडिया से अलग करने सहित विभिन्न विषयों पर केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की. मुख्य वक्ता के तौर पर सीटू के जिला कमेटी मेंबर हेमंत प्रभाकर उपस्थित थे. उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार की कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि जिस तरह से केंद्र की भाजपा सरकार श्रमिक विरोधी कानून बना रही है ,उससे आने वाले समय में देश का भविष्य अंधकार में चला जाएगा. उ यह बड़े हैरानी की बात है कि जिस शख्स ने संसद में प्रवेश करते समय संसद को प्रणाम किया था वही शख्स आज संविधान की धज्जियां उड़ा रहा है. आजादी के समय किसी ने कहा था कि आज पूरे देश में जो माहौल है उसे अगर नजरअंदाज किया गया तो आने वाले समय में देश के लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. विभाजन के तौर पर हमें वह खामियाजा भुगतना पड़ा आज भी कमोबेश देश में वैसे ही हालात हैं.
हेमंत प्रभाकर ने ममता बनर्जी को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि धर्म के नाम पर ध्रुवीकरण की जा रही है. नरेंद्र मोदी अगर हिंदुओं के मसीहा बनने का दावा करते हैं तो ममता बनर्जी अल्पसंख्यकों की हिमायती बनती है. लेकिन सच्चाई यह है कि इनमें से कोई भी इनका हिमायती नहीं है .यह दोनों ही एक ही सिक्के के दो पहलू हैं .इन दोनों में कोई फर्क नहीं है ,लेकिन यह बड़े अफसोस की बात है कि देश की जनता इस बात को समझना नहीं चाहती. नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि यह बड़े अफसोस की बात है कि जिन नेताओं को जनता ही चुनकर संसद में भेजती है वहीं संसद में पहुंचकर ऐसे फैसले लेते हैं ,जिससे जनता मुश्किल में आ जाती है.
इस दौरान कुनुस्तोरिया एरिया सीटू शाखा के कलीमुद्दीन अंसारी, शंभू चौधरी ,राधेश्याम हरिजन नासिर मियां ,हीरेन मंडल के अलावा बड़ी संख्या में सीटू समर्थक उपस्थित थे.