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देरी होने पर बैठक का बहिष्कार करने के मुद्दे पर बंटे व्यवसायी

 






आसनसोल : आसनसोल नगर निगम के निगम आयुक्त नीतीन सिंघानिया ने बुधवार को विभिन्न चेंबर ऑफ कॉमर्स व्यवसायियों और उद्योगपतियों के साथ बातचीत करने के लिए एक बैठक बुलाई थी।नगर निगम के द्वारा बैठक करने का समय दोपहर 1 बजे दिया गया था। लेकिन नगर निगम की अव्यवस्था और बैठक में एक घंटा देर होने के बाद भी व्यवसायियों को नहीं बुलाए जाने पर कुछ चेंबर ऑफ कॉमर्स एवं अन्य संगठन के प्रतिनिधि नगर निगम के अव्यवस्था और बैठक में देर होने पर नाराजगी जताते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिए। वही कुछ चेंबर ऑफ कॉमर्स  के प्रतिनिधि इंतजार करने का निर्णय लिया। इससे बहिष्कार करने के मुद्दे पर व्यवसायी बंटते नजर आए। रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स, नियामतपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स, मर्चेंट चेंबर ऑफ कॉमर्स   के प्रतिनिधि मंडल ने नगर निगम के बैठक को बहिष्कार कर दिया। रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव संदीप भालोटिया ने कहा कि निगमायुक्त ने चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों से बैठक करने का समय दोपहर 1 बजे दिया था। एक घंटा बीतने के बावजूद भी उन लोगों को बैठक के लिए नहीं बुलाया गया प्रतिनिधियों को बाहर में इंतजार करने के लिए बैठने की कोई व्यवस्था नहीं थी। इसलिए खड़े-खड़े कितना देर रहा जा सकता है। रोड पर खड़ा रह कर बैठक का इंतजार करना वह भी 1 घंटे से अधिक समय तक उनको खराब लग रहा है। इसलिए वे लोग इस बैठक का बहिष्कार कर रहे हैं और वापस जा रहे हैं। वही पवन गुटगुटिया ने भी कहा कि निगम आयुक्त के द्वारा बैठक का जो समय दिया गया था। उसका पालन नहीं किया गया। नाहीं कोई व्यवस्था दी गई। यह ठीक नहीं है। आखिर हम लोग कितने देर तक खड़े रहे। इसलिए हम लोग इस बैठक का बहिष्कार कर रहे हैं।वहीं दूसरी ओर आसनसोल चैंबर ऑफ कॉमर्स के  प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि यह दोनों चेंबर से उनका कोई मतलब नहीं है। हो सकता है उन लोगों के पास समय हो ना हो जिसके कारण लोग चले गए। लेकिन वे लोग इंतजार करेंगे। इससे पता चलता है कि व्यवसायिक  वर्ग बैठक बहिष्कार करने के मुद्दे पर दो भागों में विभक्त हो गए।